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पढ़ते समय नींद को कैसे भगाऐं | How to avoid sleep while studying



पढ़ते समय नींद को कैसे भगाऐं | How to avoid sleep while studying

नींद को समय से कैसे रोकें, नींद आने पर क्या करें?

पढ़ते समय नींद से कैसे नींद, नींद आने पर क्या करें - ज्यादातर  प्रतियोगी छात्रों / छात्रों की यह शिकायत होती है कि जब हम पढ़ाई करने के लिए बैठते है तो हमें शीघ्र ही नींद (नींद) आ जाती है और हमारी सारी तैयारी तनाव पर हो जाती है। पानी फिर जाता है। अक्सर ऐसा सभी स्टूडेंट्स के साथ होता है, तो ऐसे में हम कैसे पढ़ाई करते हैं कि हम नींद के जाल में न फंसे और अपनी नावी / टाइम टेबल का अवलोकन कर कर पाएं।
उम्मीदवारों / छात्रों की इसी समस्या का हल निकालनेते हुए, हम इस लेख के द्वारा कुछ ऐसे सरल उपाए बताने जा रहे हैं जो आपको बिना सोये (जागते हुए) अध्ययन के तौर तरीके से पढ़ाई करने में काफ़ी मददगार साबित होंगे। 
पढ़ते  समय से कैसे, नींद आ रही है क्या करें!
यह एक बहुत ही आम समस्या है। जैसे ही हम पढ़ने बैठते हैं नींद आने लग जाती है। और पढ़ने मे मन लगना भी बंद हो जाता है। यह स्थिति बच्चों के अंदर सबसे अधिक आती है। नींद आने पर कुछ समय तो जबरदस्त पढ़ने की कोशिश करते हैं किंतु अंत मे उन्हें कुछ भी नहीं पढ़ पाते है। यह कोई एक दिन की समस्या नहीं है। वरन रोज जैसे ही बच्चे पढ़ने बैठते हैं नींद आने लग जाती है। वे चाहकर भी अपना पाठ याद नहीं कर पाते और उनके पास इस समस्या का कोई स्थाई समाधान भी नहीं होता। वैसे पढ़ते समय नींद (पढ़ाई करते समय नींद) आने के कई कारण हो सकते हैं किंतु यदि आप रोजाना भरपूर नींद लेते हैं और पढ़ने बैठते ही दूबारा नींद आने लगती है तो यह रोगगत समस्या हो सकती है। इसके समाधान के लिए,

आप निम्नलिखित टिप्स का पालन करें।
कम रौशनी में कभी ना पढ़ें: बहुत से उम्मीदवार / छात्र सिर्फ़ एक मोमबत्ती  जला कर ही पढ़ाई करते हैं जिसकी वजह से कमरे के बाकी हिस्से में तकरीबन अंधरा रहता है। ऐसा वातावरण आपको सोने के लिए प्रेरित करता है, ऐसे वातावरण में नींद आना तो लाजिमी है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए अपने स्टडी रूम को पूर्णतः प्रकाशमान रखें।
 बैड पे सो के  पढ़ने से: पढ़ाई करते समय आपका आसन किस प्रकार है, यह भी बहुत महत्वाकांक्षा रखता है। बैड पर लेट के  कभी ना पढ़ें। इससे आप में आलस आ सकता है, जो कि नींद को आमंत्रित करता है। इसलिए पढ़ाई करते समय हमेशा कुर्सी पर सही तरीके से पीठ सीधी रखते हुए ही बैठें ही। सामने एक टेबल रखें और किताब गोद में रखकर पढ़ने की बजाए सामने टेबल पर रख रहे हैं। यदि आप कुर्सी पर बैठे हैं तो भी अपने हाथ या पाँव कुछ-कुछ समय अंतराल पर हिलाते रहे। इससे आपके शरीर में सुस्ती नहीं आएगी और सक्रियता बनी रहेगी।
रोज़ाना करें पढ़ाई: काफी छात्र / उम्मीदवार वर्ष भर नियमित पढ़ाई नहीं करते और परीक्षा के करीब आते ही सब कुछ पढ़ने के लिए 6 से 7 घंटे अध्ययन करने के लिए खुद को प्रेरित करते हैं पर जब पढ़ बैठते हैं तो कुछ ही समय में उन्हें नींद आती है आनी शुरू हो जाती है। उन्हें पढ़ाया गया कुछ भी समझ नहीं आता है और पूरी पढ़ाई बोरियत होने लगती है। अतः रोजाना पढ़ते रहें और पढ़ाई को बोझ और बोरियत न बनने दें। रोजाना न पढ़ना भी नींद आना का एक कारण है।
पढ़ाई का समझ नहीं आना: अगर आप पढ़ाई करने बैठते हो लेकिन आपको ये नहीं पता की कौनसा विषय आपको पढ़ना है और आप कोई सा भी शैक्षणिक अंक लेने के पढ़ने बैठ जाते हो और आपको वो विषय समझ नहीं आता तो ऐसे में आपको नींद यानि आलस आओ शुरू हो जाए। इसका अतिरिक्त ध्यान से नहीं पढ़ना से नींद या आलस आना शुरू हो जाता है।
पढ़ाई करते हुए हमेशा नोट्स बनाते हैं: जब भी आप पढ़ने बैठो आप जो भी पढ़ रहे हों साथ-ही-साथ उस टॉपिक का नोट्स बना लें। इससे आप को पुनः संशोधन करने में भी आसानी होगी और आपको पूरा पाठ पढ़ने की भी आवश्यकता नहीं होगी। जब आप भी नोट पढ़ेंगे तो भी आपको बोरियत नहीं होगी और आपको सम्पूर्ण सार एक जगह ही मिल जाएगी। तुम इसे पढ़ो जब नींद भी नहीं आती।
देर रात तक पढ़ाई करना: देर तक पढ़ाई करने से भी हमें नींद आनी शुरू हो जाती है भी चीज़ों पर काफी देर तक पढ़ते है तो ऐसे में आपको नींद जरुर आएगी तो देर तक पढ़ना भी नींद आना का एक कारण है।
नींद आ रही है क्या करें - 
एक्सरसाइज करे: जिन लोगों को अधिक नींद आती है, उन्हें हर रोज सुबह वज्रसन का अभ्यास करना चाहिए। वज्रआसन करने से उन्हें नींद कम आती है। आप ध्यान भी लगा सकते हैं, ऐसा करने पर आपका मन इधर-उधर नहीं भटकेगा और पढ़ाई में भी ध्यान लगेगा। जब आप अधिक देर से पढ़ रहे हैं और आपको नींद आने लगी है तो ऐसे में आप 2 से 3 मिनट के लिए खड़े होके कोई भी व्यायाम (एक्सरसाइज) कर सकते हैं। इससे आपकी नींद और आलसपन दूर हो जाएगा और आप फिर से पढ़ाई करेंगे।  
नींद आने पर चाय-कॉफी पिएं: अगर आप पढ़ने बैठते हो और पढ़ते वक्त थकावट और नींद आना शुरू हो जाए तो ऐसे में कॉफी / चाय लेने से भी आपको नींद में हो जाता है। कॉफ़ी / चाय पीने से आपकी थकान / आलस्य दूर हो जाएगा और आप फ्रेश महसूस करने लगोगे और जब आप फ्रेश महसूस करने लगोगे तो आपकी नींद भी नहीं आएगी। तो कॉफ़ी / चाय पीकर आप पढ़ते वक्त नींद दूर भगा सकते हैं।
नींद आने पर चलते-चलते  या बोलकर पढ़िए: अगर बैठ कर पढ़ते-पढ़ते आपको नींद आना शुरू हो जाए तो ऐसे में आप खड़े हो जाएं और टहलते हुए पढ़ें: अगर आप अकेले पढ़ते हैं तो बोलकर भी पढ़ सकते हैं, इससे सारा आलस्य दूर हो जाएगा और आपको नींद भी नहीं आएगी।
हमें आशा है कि आपने ते पढ़ते समय नींद से कैसे तहत के तहत प्राप्त आवश्यक जानकारियों से परिचित हुए होंगे और यह तथ्य आपकी सफलता में भी सहायक होगा। तो एकाग्रचित्त होकर पढ़ाई में जुटे जाइए और तब तक न रुकें जब तक मुकाम हासिल न हो जाए।